झारखंड के रांची में रेलवे की जमीन पर हुए अवैध निर्माण को शनिवार को रेलवे ने ध्वस्त कर दिया। हटिया रेलवे स्टेशन की यह जमीन पर थी और इस जमीन पर 60-70 साल से अधिक समय से स्थायी दुकानें और अस्थायी मकान बनाकर लोग रह रहे थे।
सुबह 11 बजे से शाम छह बजे तक बुलडोजर से सभी दुकानें और मकानों को ध्वस्त कर दिया गया। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल की तैनात की गई थी। मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति भी की गई थी। अतिक्रमण हटाने के दौरान कुछ देर के लिए जाम भी लग गया था। हटिया स्टेशन रोड से एचईसी चेक पोस्ट तक किए गए सभी निर्माण ध्वस्त किए गए। साथ ही हटिया स्टेशन की तरफ के मकान और दुकान को भी ध्वस्त किया गया।
रेलवे की जमीन पर रह रहे लोगों को पहले से ही नोटिस दिया गया था। नोटिस देने के बाद सभी को जमीन खाली करने को कहा गया था। शुक्रवार की शाम को रेलवे ने माइकिंग कर सभी को अपनी दुकान और निर्माण हटाने को कहा गया था। निर्माण कार्य किए लोगों को शनिवार को ही कार्रवाई होगी इसका अंदाजा नहीं था। सुबह दस बजे ही बिरसा चौक पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी पहुंचे थे। सुरक्षाकर्मी और अधिकारी प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट के आने का इंतजार कर रहे थे। मजिस्ट्रेट के पहुंचने के बाद अभियान शुरू कर दिया गया।
*आरओबी के लिए जमीन खाली कराई गई*
बिरसा चौक में नया रेलवे ओवरब्रिज बन रहा है। ओवरब्रिज की लंबाई मौजूदा आरओबी से अधिक है। इसे देखते हुए रेलवे लंबे समय से अवैध निर्माण हटाने का नोटिस दे रहा था। लेकिन लोगों ने निर्माण नहीं हटाए। रेलवे ने आरओबी का निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया है। इस कारण अवैध निर्माण को तत्काल हटा दिया गया।
*32 दुकानें और 100 से अधिक अस्थायी आवास ध्वस्त*
रेलवे की जमीन पर बनी 32 से अधिक स्थायी दुकानें और 100 से अधिक अस्थायी निर्माण को ध्वस्त कर दिया गया। कुछ लोगों ने अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंची टीम को देखते हुए अपने घर और दुकान खाली करने लगे थे। कई लोगों ने कुछ घंटे की मोहलत मांगी। सभी को सुनते हुए अधिकारी निर्देश देते रहे और देर शाम तक सभी अवैध निर्माण ध्वस्त कर दिए गए।
*एक दुकान में रखे सामान को नुकसान*
अभियान के दौरान एक दुकानदार ने कहा कि दुकान का मालिक नहीं पहुंचा है। लेकिन उसके निर्माण को ध्वस्त कर दिया गया। इस दौरान दुकान में रखे फ्रीज और अन्य सामान नष्ट हो गए।